Friday 2 August 2019

आईवीएफ सफलता के लिए कैसे करे सही सेंटर का चुनाव

नव विवाहित जोड़े के साथ परिवार के सभी लोग घर में नन्हें कदमों की आहट सुनने को बेताब रहते हैं, परिवार
को पूरा करने के लिए काफी प्लानिंग भी की जाती है लेकिन प्राकृतिक रूप गर्भधारण नहीं होने पर सभी तनाव में रहने लगते हैं।  ऐसे दम्पतियों के लिए आईवीएफ तकनीक वरदान साबित हुई है इस तकनीक से जटिल समस्याओं में भी दम्पतियों ने संतान सुख प्राप्त किया है । जो दम्पती आईवीएफ तकनीक अपनाना चाहते हैं उनके सामने एक बड़ी समस्या है आईवीएफ सेंटर का चयन ।
समय के साथ आईवीएफ सेंटर्स भी काफी संख्या में खुल रहे हैं ऐसे में दम्पती तय नहीं कर पाते हैं कि किस सेंटर में आईवीएफ करवाया जाए ? किस सेंटर में सफलता मिलेगी ? कई दम्पतियों  को सफलता इसलिए भी नहीं मिल पाती है कि वे जानकारी के अभाव में गलत सेंटर का चयन कर लेते हैं।  

टेस्ट ट्यूब बेबी (आईवीएफ) की सफलता के लिए  कैसे करें सही सेंटर का चुनाव
दम्पती के लिए आईवीएफ ईलाज की तरफ सकारात्मक रूख रखते हुए कदम बढ़ाते हैं ऐसे में उन्हें सफलता
नहीं मिले तो उनका भरोसा उठ जाता है। कई मामलों में दम्पती सुनी-सुनाई बातों में आकर असफल हो जाते हैं। दम्पतियों को सेंटर के का चुनाव करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए।

एक अच्छा आईवीएफ केंद्र चुनना सफल गर्भावस्था के अवसरों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है हालांकि सभी क्लीनिक एक दूसरे के समान कार्य करते हैं लेकिन चिकित्सको का अनुभव, भ्रूण वैज्ञानिको का कौशल, प्रयोगशाला में स्थितियां जहां भ्रूण बढ़ता है,  सबसे अहम भूमिका निभाते हैं।

आईवीएफ की सफलता का सबसे बड़ा मूलमंत्र है सही डॉक्टर और क्लीनिक का चुनाव करना। आईवीएफ की प्रक्रिया के लिए एक बेहद ही अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है ऐसे में ये जरूरी है कि आप जिस क्लीनिक से आईवीएफ ट्रीटमेंट लेने जा रहे हैं उनके पास आईवीएफ को सफल बनाने के लिए सभी अत्याधुनिक तकनीक मौजूद हों। आई वी एफ में आपके लिए ये भी जरूरी हो जाता है कि आप विशेषज्ञ आईवीएफ सेंटर और डॉक्टरों से ही आईवीएफ ट्रीटमेंट लें।
   
अब सवाल ये उठता है कि अच्छे और बहेतर आईवीएफ क्लिनिक का चुनाव कैसे किया जाये इसके लिए नीचे लिखी बातें ध्यान से पढे और ऐसे आईवीएफ सेंटर से बचें जहां पर -

१- जब आपको डाक्टर आपने एक्यूपमेंट और सुविधाओ से अवगत न कराये. 
२- जब आप आईवीएफ क्लिनिक जाये और आपको डॉक्टर के आलावा नर्स  या उसके अस्सिटेंक्ट से संपर्क करना पड़े. 
३- जब उनके पास आपके ट्रीटमेंट का पूरा रोकार्ड न हो.. 
४- जब वे आपको अल्ट्रासाउंड के दौरान आपके अंडाणु के विकसित होने के बारे में आपको  जानकारी न दे .और  स्क्रीन को दिखाने के लिए मना कर दे.
५- अनुभवी डॉक्टर और सहयोगी के कमी के चलते इसके पास पेशेट की भी कमी होती है. 
६-वे आपको  नियमित तौर पर अनावश्यक  परीक्षण की एक लंबी सूची देते है जिससे वे आपसे अत्यधिक पैसा खर्च करा सके. 
७- जब आपके फ्लोलीकिल्स जो विकसित होते है। और जो अंडाणु आपसे वे लेते है उसके सही आकड़े आपको नहीं दर्शाएं. 
८- वो आपको एमब्रियो की सैक्ेन कॉपी भी नहीं दिखाते हो. 
९ - आपको एमबोरिओ फ्रेजजिन्ग की सुविधा भी नहीं देते.हो
१०- वो इलाज के अंत में पुरे ट्रीटमेंट का विवरण नहीं देते हो।

आईवीएफ एक जटिल और कारगर प्रणाली है, ऐसे में सिर्फ अनुभवी चिकित्सक का ही चुनाव करना चाहिए। एक चुनाव आपका जीवन खुशियों से भर सकता है।आधुनिक प्रजनन तकनीक के अनुसार कोशिकाओं को उचित पर्यावरण देने के लिए लेब में उच्च मापदण्डों का ध्यान रखना अत्यन्त आवश्यक है जिससे दम्पती की सफलता दर को बढ़ाया जा सकें। इक्सी,क्लोज्ड वर्किंग चेम्बर, लेजर हेचिंग, ब्लास्टोसिस्ट कल्चर, एम्ब्रियो मोनिटरिंग सिस्टम आदि आईवीएफ में संतान प्राप्ति के प्रतिशत को बढ़ाने वाले आविष्कार हैं जो भ्रूण वैज्ञानिक को एक अच्छा भ्रूण बनाने में तथा अच्छे भ्रूण का चयन करने में निरन्तर मदद कर रहे हैं। आईवीएफ की सफलता के लिए सभी सुविधाओं से युक्त एक अत्याधुनिक लेब होनी आवश्यक है। ये सभी तथ्य हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आईवीएफ सेंटर का चयन किया जाये तो सफलता मिलने की संभावनाएं अधिक रहती हैं।

मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर आपके मां न बन पाने की तकलीफ को सही तरह से समझता है, हम सभी तथ्यों को समझ कर हर एक मरीज को जरूरत के हिसाब से सलाह देते हैं। इसी की वजह से इतने वर्षाे से हम आपके विश्वास को जीतते आए हैं। हमारे लिए हर एक मरीज परिवार की तरह होता है, जब वो बच्चा होने के बाद अपनी खुशियों को दिखाता है, तो सही मायनों में हमारे लिए खुशी का लम्हा होता है। डाॅक्टर शोभा गुप्ता की निगरानी में मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर वर्षों से आपका विश्वास जीतता आया है और आगे भी इसी तरह आपके आंगन में खुशियां बिखेरता रहेगा।